How I Manage My Loan To Get Rid Of The Debt In Hindi?
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How I Manage My Loan To Get Rid Of The Debt In Hindi?
Loan is like a mousetrap!
Loan lena jitana asan hai chukana utana hi mushkil is liye laon na lo.
एकबार मैंने एक श्रीमंत और वृद्ध वडील से लोन के बारे में सलाह पूछी, तो वह सज्जन ने मुझे कहा, - "बेटा, लोन शब्द को बार बार बोलो तो तुम्हारे सवाल का जवाब खुद ब खुद मिल जाएगा। मैंने रटना चालू किया, "लोन.....लोन...लो...नलो...नलो...नलो।" और में समज गया की वह सज्जन की सलाह यह है की लोन या किसी भी प्रकार का कर्ज न लो, और ऐसा प्लानिंग करो के बिना कर्ज आपका काम हो। लेकिन बहुत देर हो चुकी थी, में तो लोन के दलदल में फंस चुका था, और उनसे आर्थिक मदद की आशा लेकर गया था लेकिन उनकी बाते सुन कर कुछ कहने की हिम्मत जूटा न पाया और ऐसे ही घर लौट आया। खैर, कुछ सालो में मैंने बहुत जहेमत उठाकर लोन के कर्ज से मुक्ति पाली।
मैंने लोन चुकाने के लिए क्या किया?
सब से पहले मैंने एक किस्त के बराबर की राशि बेंक मे एडवांस जमा रखी ताकि कभी कोई किस्त चूक न जाऊ। अगर आप बेंक की एक भी किस्त चुक गए तो आपकी हालत ऐसी हो जाएगी जैसे मकड़ी के जाल मे फंसी मक्खी। उसकी लैट फी, सरचार्ज, सर्विस चार्ज (भगवान जाने क्या सर्विस देते है सो इतना भारी चार्ज लगाते है)और आखिर में कुल्हाड़ी के प्रहार जैसा जीएसटी। ऐसा चक्कर चलेगा की जब दुसरी किस्त भरने का समय आयेगा तब मालुम पड़ेगा की सब कुछ चुकाने के बावजूद कुछ भुगतान बाकी रह गया है, भले ही वह मामूली हो लेकिन वह राशि पहले कटेगी, और फिर से तुम्हारी किस्त बाकी रह जाएगी। क्यों कि आपने तो गिन गिन कर किस्त की राशि के बराबर ही जमा किया होता है। इस लिए एक किस्त के बराबर या कुछ ज्यादा राशि(डेढ़ गुना उपयुक्त होगा) राशि पहले से ही बेंक मे जमा रखना अच्छा उपाय है। यह बचाव है।
Once you failed to pay the installment then you are in a trap like a fly in Spider web
दूसरा काम यह किया की मैंने अपनी आमदनी बढ़ाने की कोशिश की। पार्ट टाइम काम ढूंढा, और न मिला तो घर पे काम चालु किया। इसके लिए मैंने अपनी स्किल को बढ़ाया। सिलाईकाम शीख लिया और घर पर ग्राहक के वस्त्र का सिलाइकाम चालु किया।
Tailoring at Home for some extra part time income
मेरे मकान का एक हिस्सा किराये पर दिया।
मेरी पत्नी ने कढ़ाई - बुनाई का काम सीख लिया और कमाना चालु किया।
लड़के-लड़की पढ़ रहे थे लेकिन वे भी छुट्टीओ के दिन कुछ खाद्य प्रदार्थ की बिक्री करते थे।
हमने लोन की किस्त के अलावा कुछ अधिक राशि बेंक मे रिकरिंग एकाउंट बनाकर डिपोझिट करना चालू किया।
Make saving a habit to protect the future
मेरी पगार से प्रोविडन्ट फंड की कटौती बढ़ा दी।
हालांकि कम आमदनी के कारण तकलीफ बहुत होती थी लेकिन करकसर से सभी कामकाज निभाए। त्योहार, शादी वगैरह के खर्च कम किये। हमने लोग क्या कहेंगे वह सोचना छोड़ दिया।
मेने फायनांस कंपनी से लोन लिया था जो मैंने राष्ट्रीयकृत बैंक में ट्रांसफर किया। इसके कारन मुझे व्याज की कटौती में अच्छा फ़ायदा हुआ।
हमने शर्म छोड़ कर मित्रो और संबधीओं से उधार लिया जो व्याज बगैर की राशि थी।
कुछ ही वर्षो में (लगभग पांच वर्ष में) बहुत सी राशि जमा होने पर बैंक के साथ हिसाब (सेटलमेन्ट) कर के लोन का पूरा भुगतान किया जिसमे बैंक ने अच्छा सा डिस्काऊंट दिया.
धीरे धीरे सभी मित्रो-सम्बधियो का कर्ज भी अदा किया.
मैंने सिलाईकाम के साथ साथ कपड़ा और तैयार ड्रेस बेचना चालु किया और जल्द ही हम आर्थिक रूप से सक्षम हो गए।
Happy debt free family
मुझे मेरे वडील और वयोवृद्ध सज्जन की यह सलाह याद रहेगी की 'लोन' का मतलब 'नलो'।मेरा अभिप्राय है की अपनी कार्य कुशलता बढ़ाओ, पुरे परिवार कुछ न कुछ काम करो, तकलीफ उठाकर भी बचत करो और सब से बड़ी बात हौसला रखो तो कर्ज से मुक्ति पाना असंभव नहीं है।
Hindi... Some useful information about rupay Debit card. The banking system was not paperless till a few decades ago. If the customer wanted to withdraw money from his account, he had to personally visit the bank and get the amount by wasting his precious time in the rush. With the advent of digital technology, the banking system has also undergone many reforms. Now there is no need to go to the bank for transactions. The use of ATM cards for receiving money has become common.The card bears the logo of Master, Visa or Rupay. Master and Visa cards are the most popular ATM (debit) cards in the country. Cardholders can withdraw money from any bank's ATM centers across India, and abroad if they have a Platinum card. How does the ATM Card system work? When a customer withdraws money from an ATM, the software links the card to the bank. After completing the process, the currency comes out of the machine. However, the cards are not directly linked with the bank.
The well-known industrialist Govind Bhai Dholakia has provided solar systems to martyrs families. Shree Govind Bhai Dholakia is one of the Leading Industrialists in Diamond Industries of Surat City, Gujarat, India. He often donates for social welfare and the welfare of the employees of his company.
Transgender Person Muralidharan Honored For Social Welfare In Tamilnadu By CM|Tamilnadu CM Stalin Awarded Murlidharan For Social Welfare Activity\ MG World Vision. Tamilnadu-CM-Stalin-Awarded-Murlidharan-For-Social-Welfare-Activity. The role of transgender people in our society. Any event, baby-born in the family, wedding occasion, or festival; almost all Indian people know that transgender people come at the door and demands money or gift. But these people are not beggars. Instead, people know them as the devotees of Bahucharaji and believe them as a symbolic form of Ardhanareshwar of Lord Shiva. So people have a little bit of fear and a little bit of curiosity about him.
Manasi_Joshi_the_winner_of_gold_medal. अगस्त, सन २०१९ में हमारे देश भारत के लिए खेल-कूद के क्षेत्र में दो गौरवपुर्ण घटनायें हुई। PV Sindhu ने BWF World Championships मेँ गोल्ड मेडल प्राप्त किया। उसी महीने में Manasi Joshi ने भी Women's singles की category मेँ Para-Badminton World Championship में गोल्ड मेडल जीता। “One can never consent to creep when one feels an impulse to soar” -A quote by Helen Keller from the book: The Story of My Life Manasi Joshi on the cover- page of Time megazine. आंतर राष्ट्रीय पत्रिका टाइम ने मानसी जोशी की कद्र करते हुए अक्तूबर 2019 की अपनी पत्रिका के मुखपृष्ठ पर उन्हे स्थान दिया, जहां स्थान प्राप्त करना बड़े बड़े लोगो का सपना होता है वहाँ मानसी जोशी ने अपनी सिध्धि के कारण पहले पाने पर स्थान प्राप्त किया। टाइम पत्रिका ने मानसी जोशी का नाम ‘Next Generation Leader’ की सूची में सामिल किया; जो टाइम पत्रिका में सामिल होने वाली भारत की पहली महिला Para-Badminton खिलाड़ी है। यह भी हमारे देश के लिए एक गौरवपुर्ण समाचार है। मानसी जोशी इस स्थान तक कै
#New_Zealand का #Tuatara, तुतरा या टूटारा डीनोसोरस से भी प्राचीन एक आश्रयजनक प्राणी जिसकी तीन आंखे है। लाखो वर्ष पहले विशालकाय डायनसौरस (Dinosaur) हमारी पृथ्वी विचरण कर रहे थे। वह आकार में इतने बड़े थे कि यदि हाथी भी उसके साथ खड़ा हो तो भेड़-बकरी जैसा दिखेगा। यह लगभग 200 से 145 मिलियन वर्ष पहले का जुरासिक काल था। लेकिन जलवायु परिवर्तन के कारण और एक विशाल उल्का के गिरने के कारण सभी का विनाश हो गया था। लेकिन कुछ भाग्यशाली जीव जैसे (Alligators) एलीगेटोर्स, (Crocodile) मगरमच्छ, पक्षी, (Salamander) सैलामैंडर, और कई अन्य जीवित रह गए। Verious images of Dinosaurs of Jurassic Times तुतारा या टूटारा (Tuatara)भी वह जीव है जो जुरासिक युग के बड़े पैमाने पर विनाश से बच गया। यह लेख टुटारा के बारे में कुछ रोचक जानकारी, सामान्य ज्ञान और शिक्षा के हेतु से है।
Anukruti Sharma: An IPS officer Restored the Light in the Life and Home of 70yo Lady Noor Jahan| At Khedi, a small village in Uttar Pradesh, a young IPS officer Anukriti Sharma and her colleague Jitendra Saxena from Agota Police Station organized a program to inform the villagers about the benefits of various government schemes. They also asked if anyone had any issues or grievances. Among the crowd, a 70yo poor Muslim woman Noor Jahan was watching the program with curiosity and wonder. She, who spent her whole life in pain and tingling, finally dared to say something even though she was afraid. She was living in a hut with crumbling walls and no electricity. She was amazed to see a young woman in khaki uniform as the “Officer” and gathered the courage to speak up.Her complaint was simple: “Beta (nickname for daughter), I don’t have electricity at home. Nothing else, but I feel very hot.” The Prompt Action of IPS Officer: Anuk
many villagers of Uttarakhand started animal farming of goats. उत्तराखंड के उदखंडा गाँव के विकास और आत्मनिर्भरता की प्रेरक कहानी। उत्तराखंड राज्य के चिपको और बीज बचाओ आंदोलन के लिए प्रख्यात टिहरी गढ़वाल जिला मे बसा हुआ उदखंडा गाँव ऊंचे पहाड़ो से घिरा हुआ है। इस गाँव के लोगो ने आत्मनिर्भरता का एक नायाब द्रष्टांत प्रस्तुत किया है। उत्तराखंड के अन्य गाँव वासियो को इसका अनुकरण करना चाहिए। सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं समग्र भारत देश के ऐसे गाँव जो वीरान होते चले जा रहे है उनके लिए भी यह एक अनुकरणीय द्रष्टांत है। कुछ वर्ष पहले उदखंडा गाँव मे करीब 140 परिवार बसे हुए थे। लेकिन बंजर जमीन के कारण यह गाँव धीरे धीरे खाली होता गया । सिर्फ 10 परिवार ही गाँव मे अकेले रह गये जो किसी भी हाल में अपना गाँव छोड़ना नही चाहते थे। इन परिवार के लोगो ने हामी भर कर फिर से गाँव को आबाद करने का फैसला किया। Click here for English Post. एक सहकारी मण्डल बनाय गाँव के मुखियाँ विनोद कोठियाल के मार्गदर्शन से गाँव वालो ने पांच लाख का चंदा इकट्ठा कर के एक सहकारी मण्डल बनाया जिसका नाम रखा: 'हेवल घाटी
Adventurous cave photographer of National Geographic Channel, Mr. Robbie Shone. How did Robbie Shone make his dream of becoming a Cave photographer for the National Geographic Channel a reality? Those who regularly watch National Geographic Channel must have wondered who does incredible photography of inaccessible places, mountains, rivers, forests, and canyon caves. Who would be doing photography/videography of unreachable destinations where it is difficult for ordinary tourists to reach? Yet, photographers of the National Geographic Channel go to such places, and they took such shocking pictures that we were stunned at the sight. Courageous Photographer Robbie Shone: Here is the adventurous story of Robbie Schon, a daredevil photographer for National Geographic Channel, who is the only photographer to have access to the world's deepest, longest, and most elaborate caves. He is only interested in cave photography. Photographing unknown caves in inaccessib
Snake And Antivenom Research And Development Center In Gujarat State According The Guidelines Of WHO| As per the report by the World Health Organization(WHO), approximately 58000 victims died due to poisonous snake bites in the world; out of which 70% of incidents occur in India, and only 30 percent of them can attend hospitals for medical treatment.
Hesal village of Jharkhand's Khunti district with only 70 houses is in discussion these days. This is the first time after the Olympics that this village is being discussed so much. The reason for this has become 17-year-old Pundi Saru. Pundi Saru is one of the five budding hockey players of Jharkhand, who are currently taking training under the Cultural Exchange Program at Middlebury College in America. She is a talented midfielder who dreams of playing for the Indian national team someday...
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