How Big Is The Fist Of God? An #Inspirational_Short_Story||
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The planet we are living on is just like a dust particle compared to the universe, so think about the capacity of we? Yet, we make tricks to collect more wealth than we need for the rest of our lives due to greed. But when the Almighty think to give us, gives much, provided that you should worthy of it and have faith in him. Human should try best and leave the fruit at the will of the almighty. Here is a short story exposing the same perception which will change your mind and fill your heart with confidence.
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Once a girl went to the grocery store with her mother. The shopkeeper noticed that a girl is so cute and playful, so he decided to give something as a gift to the girl. The shopkeeper picked up a bottle full of chocolates and opened the lid, and told the girl to take as many chocolates as she wanted. But the girl did not take the chocolate even after being told repeatedly by the shopkeeper and said that you give it. The shopkeeper gave a handful of chocolates to the girl.
While returning, the mother asked her-'Why you refused to take the chocolates?'
The girl replied-'Mom, if I had taken with my own hands, I would not have been able to take a lot of chocolates because my fist is small. But when Uncle gave me the fistful of chocolates of his choice, look how many I got, because his fist is bigger.
Mother couldn't stop herself smile, and presume how big the fist of God would be? If God wants to bounty, then it would sure be limitless. What we have to do is to keep trust and continue to our duty.
हिंदी
हम जिस ग्रह पर रह रहे हैं, वह ब्रह्मांड की तुलना में एक धूल के कण की तरह है, तो हमारी क्षमता के बारे में सोचें? फिर भी, हम लालच के कारण अपने शेष जीवन के लिए आवश्यकता से अधिक धन इकट्ठा करने के लिए तरकीबें निकालते हैं।लेकिन जब सर्वशक्तिमान हमें देने के बारे में सोचते हैं, तो बहुत कुछ देता है, बशर्ते कि आप इसके योग्य हों और उस पर विश्वास करें।
मनुष्य को सर्वोत्तम प्रयास करना चाहिए और सर्वशक्तिमान की इच्छा पर फल छोड़ना चाहिए। उसी धारणा को उजागर करने वाली एक छोटी कहानी यहां है जो आपके दिमाग को बदल देगी और आपके दिल को आत्मविश्वास से भर देगी।
एक बार एक लड़की अपनी मां के साथ किराने की दुकान पर गई। दुकानदार ने देखा कि एक लड़की बहुत प्यारी और चंचल है, इसलिए उसने लड़की को उपहार के रूप में कुछ देने का फैसला किया। दुकानदार ने चॉकलेट से भरी एक बोतल उठाई और ढक्कन खोला, और लड़की से कहा कि जितनी चाहे उतनी चॉकलेट ले लो। लेकिन दुकानदार के बार-बार कहने पर भी लड़की ने चॉकलेट नहीं ली और कहा कि तुम दे दो. दुकानदार ने लड़की को मुट्ठी भर चॉकलेट दी।
लौटते समय माँ ने उससे पूछा-'तुमने चॉकलेट लेने से मना क्यों किया?'
लड़की ने जवाब दिया- 'माँ, अगर मैं अपने हाथों से लेती, तो मैं बहुत सारी चॉकलेट नहीं ले पाती क्योंकि मेरी मुट्ठी छोटी है। लेकिन जब अंकल ने मुझे अपनी पसंद की मुट्ठी भर चॉकलेट दी, तो देखो मुझे कितनी मिलीं, क्योंकि उसकी मुट्ठी बड़ी है।
माँ खुद को मुस्कुराने से नहीं रोक पाई, और सोचती रही कि भगवान की मुट्ठी कितनी बड़ी होगी? अगर ईश्वर उदारता देना चाहता है, तो यह निश्चित रूप से असीम होगा। हमें क्या करना है विश्वास बनाए रखना और अपने कर्तव्य को जारी रखना है।
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